Kotha Lyrics Rahgir Aakhiri Teeli कोई बेचे पतझड़ को
Kotha Song Lyrics sung by Rahgir Written and Composed by Rahgir from album Aakhiri Teeli कोई बेचे पतझड़ को कोई आंधी अंधड़ को कोई तो सावन ही बेचे कभी इसके हैं कभी उसके हैं नाजायज़ से हम हैं
Details of Kotha Lyrics Rahgir Aakhiri Teeli कोई बेचे पतझड़ को:
Song: Kotha
Singer: Rahgir
Written and Composed: Rahgir
Album: Aakhiri Teeli
Kotha Lyrics Rahgir Aakhiri Teeli कोई बेचे पतझड़ को:
कोई बेचे पतझड़ को
कोई आंधी अंधड़ को
कोई बेचे पतझड़ को
कोई आंधी अंधड़ को
कोई तो सावन ही बेचे
कोई बेचे अपना हाल,
कोई बेचे अपनी खाल,
कोई बेचे अपना हाल,
कोई बेचे अपनी खाल
कोई तो जीवन ही बेचे.
ये दुनिया
ये दुनिया…ये दुनिया
कोठा है कोई
तवायफ़ से हम है
कभी इसके हैं, कभी उसके हैं
नाजायज़ से हम हैं
आधी रात दुकानों में
रोशन रण्डीखानों में
आधी रात दुकानों में
रोशन रण्डीखानों में
तड़पता मिल ही जाएगा
आशा का कोई टुकड़ा
मेकअप से रंगा मुखड़ा
आशा का कोई टुकड़ा
मेकअप से रंगा मुखड़ा
भटकता मिल ही जाएगा
वो टुकड़ा
वो टुकड़ा….वो टुकड़ा
देख पाते नहीं
नालायक से हम हैं
ये दुनिया, कोठा है कोई
तवायफ़ से हम है
कभी इसके हैं, कभी उसके हैं,
नाजायज़ से हम हैं
Deep sense