jo dil ko tasalli de tujh bin koi aur nahin bhajan lyrics जो दिल को तसल्ली दे तुझ बिन कोई और नहीं भजन लिरिक्स
jo dil ko tasalli de tujh bin koi aur nahin bhajan lyrics | jo dil ko tasalli de tujh bin koi aur nahin lyrics
जो दिल को तसल्ली दे तुझ बिन कोई और नहीं
तेरे हाथ में जो न हो ऐसे कोई डोर नहीं
जो दिल को तसल्ली दे तुझ बिन कोई और नहीं
तेरे हाथ में जो न हो ऐसे कोई डोर नहीं
सासों में तेरी सरगम
हर पल संग रहते हो
इस दिल में आकर के
अपना हमे कहते हो
ओ जादूगर बतला
क्या तू चितचोर नहीं
जो दिल को तसल्ली दे तुझ बिन कोई और नहीं
तेरे हाथ में जो न हो ऐसे कोई डोर नहीं
जीवन कोरा काग़ज कुछ प्यार से वो लिख दे
जो प्यार से तू लिख दे
वो लेख नहीं मिटते
जिस मोड़ पे तू न हो ऐसा कोई मोड़ नहीं
जो दिल को तसल्ली दे तुझ बिन कोई और नहीं
तेरे हाथ में जो न हो ऐसे कोई डोर नहीं
तू सच्चा प्रीतम मेरा
दुनिया से क्या लेना
मंजिल तेरे चरणों में
तेरा प्यार मेरा गहना
अब अपना तेरे बिन जग में कोई और नहीं
जो दिल को तसल्ली दे तुझ बिन कोई और नहीं
तेरे हाथ में जो न हो ऐसे कोई डोर नहीं
शिकवा भी हे तुमसे और प्यार भी हे तुमसे
मेरी जीत भी हे तुमसे मेरी हार भी हे तुमसे
दासी तो तुम्हारी हूँ पर तुमपर जोर नहीं
जो दिल को तसल्ली दे तुझ बिन कोई और नहीं
तेरे हाथ में जो न हो ऐसे कोई डोर नहीं