Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics आरती कुंजबिहारी की best 1

Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics

Krishna Aarti song Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics Full Anuradha Paudwal In Hindi And English आरती कुंजबिहारी की लिरिक्स Aarti Kunj Bihari ki Shri Girdhar Krishna Murari ki आरती कुंजबिहारी की श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥ भगवान कृष्ण का एक नाम है कुंजबिहारी। निचे आरती कुंजबिहारी की लिरिक्स के साथ भगवान कृष्ण के बारे में भी बताया गया है। 

Song Details of Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics

Aarti Song: Aarti Kunj Bihari Ki

Singer: Anuradha Paudwal

Music Director: Vikram Nagi

Album: Mere Ghanshyam

Lyricist: Traditional

Music Label: T-Series 

Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics

कृष्ण हिंदू धर्म में एक प्रमुख देवता हैं। उन्हें विष्णु के आठवें अवतार के रूप में पूजा जाता है। वह सुरक्षा, करुणा, कोमलता और प्रेम के देवता हैं और भारतीय देवताओं में सबसे लोकप्रिय और व्यापक रूप से पूजनीय है। कृष्ण का जन्मदिन हर साल कृष्ण जन्माष्टमी पर मनाया जाता है। 
कुंजबिहारी: भगवान कृष्ण
जन्म: अष्टमी तिथि की आधी रात को मथुरा के कारागार में
माता-पिता: देवकी (माँ) और वासुदेव (पिता), यशोदा (पालक मां) और नंदा बाबा (पालक पिता)
भाई-बहन: बलराम, सुभद्रा
जीवनसाथी: राधा ,रुक्मिणी, सत्यभामा, जांबवती, नग्नजित्ती, लक्षणा, कालिंदी, भद्रा
                        

Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics In Hindi | आरती कुंजबिहारी की लिरिक्स

आरती कुंजबिहारी की

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

आरती कुंजबिहारी की

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥


आरती कुंजबिहारी की

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

आरती कुंजबिहारी की

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥


गले में बैजंती माला

बजावै मुरली मधुर बाला 

श्रवण में कुण्डल झलकाला

नंद के आनंद नंदलाला 

गगन सम अंग कांति काली

राधिका चमक रही आली 

लतन में ठाढ़े बनमाली

भ्रमर सी अलक,

कस्तूरी तिलक,

चंद्र सी झलक,

ललित छवि श्यामा प्यारी की,

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥


आरती कुंजबिहारी की

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

आरती कुंजबिहारी की,

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥


कनकमय मोर मुकुट बिलसै

देवता दरसन को तरसैं 

गगन सों सुमन रासि बरसै 

बजे मुरचंग,

मधुर मिरदंग,

ग्वालिन संग,

अतुल रति गोप कुमारी की,

श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥


आरती कुंजबिहारी की

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

आरती कुंजबिहारी की

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥


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जहां ते प्रकट भई गंगा

सकल मन हारिणि श्री गंगा 

स्मरन ते होत मोह भंगा

बसी शिव सीस,

जटा के बीच,

हरै अघ कीच,

चरन छवि श्रीबनवारी की,

श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥


आरती कुंजबिहारी की

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

आरती कुंजबिहारी की

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥


चमकती उज्ज्वल तट रेनू,

बज रही वृंदावन बेनू 

चहुं दिसि गोपि ग्वाल धेनू

हंसत मृदु मंद,

चांदनी चंद,

कटत भव फंद,

टेर सुन दीन दुखारी की,

श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥


आरती कुंजबिहारी की

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

आरती कुंजबिहारी की

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥


आरती कुंजबिहारी की

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

आरती कुंजबिहारी की

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥


आरती कुंजबिहारी की

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

आरती कुंजबिहारी की

श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

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Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics In English

Aarti Kunj Bihari ki

Shri Girdhar Krishna Murari ki ॥

Aarti Kunj Bihari ki

Shri Girdhar Krishna Murari ki ॥


Aarti Kunj Bihari ki

Shri Girdhar Krishna Murari ki ॥

Aarti Kunj Bihari ki

Shri Girdhar Krishna Murari ki ॥


Gale Mein Baijanti Mala

Bajaave Murli Madhur Bala

Shravan Mein Kundal Jhalakala

Nand Ke Anand Nandlala

Gagan Sam Ang Kaanti Kali

Radhika Chamak Rahi Aali

Latan Mein Thada Banmali 

Bhramar Si Alak,

Kasturi Tilak,

Chandra Si Jhalak, 

Lalit Chavi Shyama Pyari ki

Shri Girdhar Krishna Murari Ki ॥


Aarti Kunj Bihari ki

Shri Girdhar Krishna Murari ki ॥

Aarti Kunj Bihari ki

Shri Girdhar Krishna Murari ki ॥


Kankamay Mor Mukat Bilase

Devta Darshan Ko Tarse

Gaganso Suman Raasi Barse

Baje Murchang,

Madhur Mirdanga, 

Gwaalni Sang,

Atul Rati Gop Kumari Ki,

Shri Girdhar Krishna Murari Ki ॥


Aarti Kunj Bihari ki

Shri Girdhar Krishna Murari ki ॥

Aarti Kunj Bihari ki

Shri Girdhar Krishna Murari ki ॥


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Jahan Te Prakat Bhai Ganga

Kalush Kali Haarini Shri Ganga

Smaran Te Hot Moh Bhanga

Base Shiv Sheesh,

Jatake Beech, 

Hare Agha Keech,

Charan Chhabi Shri Banvaari Ki

Shri Girdhar Krishna Murari Ki ॥


Aarti Kunj Bihari ki

Shri Girdhar Krishna Murari ki ॥

Aarti Kunj Bihari ki

Shri Girdhar Krishna Murari ki ॥


Chamakati Ujjwal Tat Renu

Baj Rahi Vrindavan Benu

Chahu Disi Gopi Gwaal Dhenu

Hasat Mrudu Mand, 

Chandni Chand,

Katat Bhav Fand,

Ter Sunu Deen Bhikhari ki

Shri Girdhar Krishna Murari Ki ॥


Aarti Kunj Bihari ki

Shri Girdhar Krishna Murari ki ॥

Aarti Kunj Bihari ki

Shri Girdhar Krishna Murari ki ॥


Aarti Kunj Bihari ki

Shri Girdhar Krishna Murari ki ॥

Aarti Kunj Bihari ki

Shri Girdhar Krishna Murari ki ॥


Aarti Kunj Bihari ki

Shri Girdhar Krishna Murari ki ॥

Aarti Kunj Bihari ki

Shri Girdhar Krishna Murari ki ॥

Anuradha Paudwal Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics

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